Kurukshetra Development Board

यह तीर्थ भगवान विष्णु के नृसिंह अवतार से जुड़े तीर्थों में से एक है जिन्होंने राक्षस हिरण्यकश्यपु को मार डाला और अपने भक्त प्रह्लाद को बचाया।

तीर्थ परिसर में साधुओं की समाधियां भी हैं।

तीर्थ और गांव से प्रारंभिक मध्ययुगीन मृदभाण्ड मिलते हैं। यहां से 9.10वीं शती ईण् की खण्डित देव मूर्ति का भाग मिला है।