• वामन पुराण के अनुसार यह बालखिल्य )षियों की तपोस्थली है जो सृष्टि की शुरुआत के समय भगवान ब्रह्मा से उत्पन्न हुए थे।
• स्थानीय मान्यताएं इस तीर्थ को शोभनी )षि के नाम से जानती हैं जो कि पौराणिक शोभरी )षि हो सकते हैं।
• तीर्थ के उत्तर में गाँव बालू से लगभग 2 किमी की दूरी पर हड़प्पा काल का एक टीला है जहां से तीन संस्कृतियों ;पूर्व-हड़प्पा, हड़प्पा और उत्तर-हड़प्पा कालद्ध के अवशेष मिलते हैं।