48 Kos Tirth
रामशरण तीर्थ, हथलाना, करनाल
जनश्रुतियों के अनुसार अभिमन्यु की वीरगति के बाद अर्जन के डर से जयद्रथ इसी स्थान…
गोविंद कुण्ड, राजपुरा, जींद
गोविन्द कुण्ड तीर्थ 48 कोस कुरुक्षेत्र की सीमा रेखा पर स्थित प्राचीन दृषद्वती नदी के…
पराशर तीर्थ, पाजू कलां, जींद
जनश्रुतियां इस तीर्थ का सम्बन्ध महर्षि पराशर से जोड़ती हैं जो कि महर्षि वेद व्यास…
सोहम तीर्थ, साहनपुर, जींद
लोक मान्यताओं के अनुसार इस तीर्थ पर दत्तात्रेय की पूजा करने से दुर्लभ आत्मज्ञान की…
चैंसठ योगिनी तीर्थ, कलावती, जींद
यह तीर्थ चैंसठ योगिनियों को समर्पित है, जिनकी पूजा प्रायः नवग्रहों के साथ अग्नि कोण…
कुलोत्तारण तीर्थ, कुलतारण, कैथल
कुलोत्तारण नामक तीर्थ का उल्लेख वामन पुराण तथा महाभारत में मिलता है जो कि कुरुक्षेत्र…
निराकार तीर्थ, पिलनी, कैथल
इस तीर्थ का नामकर्ण भगवान शिव के एक नाम निराकार पर पड़ा है। लौकिक मान्यताओं…
कण्व ऋषि आश्रम, डीग, कैथल
लौकिक आख्यान इस तीर्थ का सम्बन्ध ऋषि कण्व से जोड़ते हैं जो कि राजा भरत…
काव्य तीर्थ, करोड़ा, कैथल
इस तीर्थ को 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि का केन्द्र बिन्दु माना जाता है। इस तीर्थ…
वीर बर्बरीक श्याम तीर्थ, सीसला, कैथल
जनश्रुतियों के अनुसार इसी स्थल पर महाभारत युद्ध से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने घटोत्कच के…
शनि कुण्ड, कैथल
यह कुण्ड सूर्य कुण्ड की उत्तर-पश्चिमी दिशा में स्थित है जिसका निर्माण भी युधिष्ठिर द्वारा…
शुक्र कुण्ड, कैथल
स्थित पातालेश्वर नवग्रह कुण्डों में से एक इस कुण्ड का निर्माण भी युधिष्ठिर द्वारा करवाया…
बृहस्पति कुण्ड, कैथल
देव गुरु बृहस्पति को समर्पित इस ग्रह कुण्ड का निर्माण भी युधिष्ठिर द्वारा पर करवाया…
बुध कुण्ड, कैथल
अन्य नवग्रह कुण्डों के साथ इस कुण्ड का निर्माण भी युधिष्ठिर द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के…
सूर्य कुण्ड, कैथल
जनश्रुतियों के अनुसार महाभारत युद्ध में हुए जनसंहार से क्षुब्द युधिष्ठिर ने भगवान श्रीकृष्ण के…
त्रिसंध्या तीर्थ, ग्राम संधौली, कुरुक्षेत्र
त्रिसंध्या नामक यह तीर्थ सरस्वती नदी के एक पुरा प्रवाह मार्ग पर स्थित है। यहां…