Galav Tirth, Guldaira
गालव नामक यह तीर्थ पिहोवा से 11 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 41 कि.मी. गुलडैहरा नामक ग्राम में स्थित है जिसका सम्बन्ध महर्षि विश्वामित्र के पुत्र महर्षि गालव से रहा…
गालव नामक यह तीर्थ पिहोवा से 11 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 41 कि.मी. गुलडैहरा नामक ग्राम में स्थित है जिसका सम्बन्ध महर्षि विश्वामित्र के पुत्र महर्षि गालव से रहा…
सप्तसारस्वत नामक यह तीर्थ पिहोवा से लगभग 12 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 42 कि.मी. दूरी पर माँगना नामक ग्राम की उत्तरी दिशा में सरस्वती नदी के दक्षिण-पश्चिमी तट पर…
यह तीर्थ पिहोवा से लगभग 15 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 42 कि.मी. किलोमीटर दूर थाणा नामक ग्राम में लगभग 115 एकड़ भूमि में विस्तृत है। ब्रह्मस्थान नामक यह तीर्थ…
यह तीर्थ पेहवा से 9 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 37 कि.मी. की दूरी पर गुमथला गढु नामक ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का वर्णन महाभारत, वामन पुराण एवं…
यह तीर्थ पिहोवा से 5 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 33 कि.मी. की दूरी पर अरणैचा नामक ग्राम मे स्थित है जिसका सम्बंध महर्षि जमदग्नि की धर्मपत्नी एवं परशुराम की…
पृथूदक नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 28 कि.मी. की दूरी पर पिहोवा में सरस्वती नदी के किनारे स्थित है। महाभारत में इस तीर्थ को कुरुक्षेत्र के तीर्थों में सर्वाधिक…
ब्रह्मयोनि नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 28 कि.मी. की दूरी पर सरस्वती नदी के तट पर पिहोवा में स्थित है । कुरुक्षेत्र के तीर्थों में से अधिकांश का सम्बन्ध…
यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 28 कि.मी. की दूरी पर पिहोवा में सरस्वती नदी के तट पर स्थित है। ब्रह्माण्ड पुराण के 43 वें अध्याय में वर्णित कथा के अनुसार…
प्राची नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 31 कि.मी. की दूरी पर पिहोवा में सरस्वती नदी के तट पर स्थित है। कुरुक्षेत्र भूमि के इस तीर्थ में सरस्वती नदी पूर्व…
अरुणाय नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 28 कि.मी. तथा पिहोवा से लगभग 6 कि.मी. की दूरी पर अरुणाय नामक ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ की उत्पत्ति की कथा…
यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 25 कि.मी. की दूरी पर सैंसा नामक ग्राम में स्थित है जिसे पुराणों में सोम तीर्थ के रूप में वर्णित किया गया है। इस तीर्थ…
यह तीर्थ कुरुक्षेत्र पिहोवा मार्ग पर कुरुक्षेत्र से लगभग 23 कि.मी. दूर मुर्तजापुर नामक ग्राम के पूर्व में स्थित है। इस तीर्थ का वर्णन महाभारत के अन्तर्गत मणिपुर नाम से…