Phalgu Tirth, Fafdana

View Direction About KDB फल्गु तीर्थ फफड़ाना फलगु ऋषि को समर्पित कुरुक्षेत्र भूमि का द्वितीय तीर्थ यह तीर्थ फलगु ऋषि को समर्पित कुरुक्षेत्र भूमि का द्वितीय तीर्थ है। वायु पुराण के अनुसार व्यक्ति को सभी तीर्थों में श्रेष्ठ फल्गु तीर्थ की यात्रा करनी चाहिए। यहाँ पर श्राद्ध करने से पितरों की सर्वदा मुक्ति होती है। […]
Brahma Tirth, Risalwa

View Direction About KDB ब्रह्म तीर्थ रिसालवा कुरुक्षेत्र भूमि के ब्रह्मा से सम्बन्धित तीर्थों में से एक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र भूमि के ब्रह्मा से सम्बन्धित तीर्थों में से एक है। वामन पुराण के अनुसार ब्रह्मा ने पापों के प्रायश्चित हेतु यहां भगवान शिव की श्रद्धा पूर्वक पूजा की थी। ब्रह्मा की भक्ति से संतुष्ट होकर […]
Dashashwamedh Tirth, Salvan

View Direction About KDB दशाश्वमेध तीर्थ सालवन दस अश्वमेध यज्ञों का फल प्रदाता तीर्थ यह तीर्थ कुरुक्षेत्र भूमि की पूर्वी सीमा पर दृषद्वती नदी के तट पर स्थित है। महाभारत के वन पर्व में इस तीर्थ का उल्लेख शालूकिनी नाम से किया गया है। महाभारत के अनुसार यहाँ स्नान-दान करने से मनुष्य को दस अश्वमेध […]
Koti Tirth, Kurlan

View Direction About KDB कोटि तीर्थ कुरलन विभिन्न तीर्थों के जल से निर्मित तीर्थ इस तीर्थ का पौराणिक साहित्य में कोटि कूट तीर्थ के नाम से भी उल्लेख है। इस तीर्थ का उल्लेख ब्रह्म पुराण में भी मिलता है जहाँ इसे कोटि कूट तीर्थ कहा गया है। लोक प्रचलित मान्यताओं में इसे करोड़ी तीर्थ भी […]
Panchdev Tirth, Padha

View Direction About KDB पंचदेव तीर्थ पाढ़ा सनातन धर्म के पाँच प्रमुख देवताओं से सम्बन्धित तीर्थ यह तीर्थ सनातन धर्म के पाँच देवताओं से सम्बन्धित है जिससे पता चलता है कि प्राचीन प्राचीन काल में इस तीर्थ में शैव, सौर, शाक्त, वैष्णव एवं गाणपत्य मतान्तरों के प्रमुख देवताओं जैसे शिव, सूर्य, शक्ति, विष्णु एवं गणेश […]
Jamadagni Kund, Jalmaana

View Direction About KDB जमदग्नि कुण्ड जलमाणा ऋषि जमदग्नि से सम्बद्ध तीर्थों में से एक इस तीर्थ का सम्बन्ध महर्षि परशुराम के पिता महर्षि जमदग्नि से है। जनश्रुतियों के अनुसार यह स्थल महर्षि जमदग्नि का आश्रम है जहाँ वह अपनी पत्नी रेणुका एवं अपने पुत्रों के साथ निवास करते थे। इनके पुत्र परशुराम पिता के […]
Gautam Rishi / Gavendra Tirth-Gondar

View Direction About KDB गौतम ऋषि/गवेन्द्र तीर्थ गोंदर महर्षि गौतम को समर्पित तीर्थ इस तीर्थ का सम्बन्ध गौतम ऋषि से है जिनकी गणना सप्तर्षियों में होती है। इनका उल्लेख महाभारत और रामायण में हुआ है। गौतम की पत्नी अहिल्या थी जो गौतम के श्राप से शिला बन गई थी। उत्तर रामायण के अनुसार श्रीराम के […]
Daksheshwar Tirth, Dachar

View Direction About KDB दक्षेश्वर तीर्थ डाचर सती-शिव के पाणिग्रहण से सम्बन्धित तीर्थ इस तीर्थ के धार्मिक महत्त्व का उल्लेख करते हुए वामन पुराण में कहा गया है कि जो मनुष्य इस स्थान पर दक्षेश्वर शिव का दर्शन करता है वह अश्वमेघ यज्ञ के फल को प्राप्त करता है। लोक प्रचलित जनश्रुति के अनुसार इसी […]
Dasharatha / Raghavendra Tirth / Surya Kund,Aungad

View Direction About KDB दशरथ/राघवेन्द्र तीर्थ औंगद प्राचीन कुरुक्षेत्र भूमि का रामायण कालीन तीर्थ यह तीर्थ कुरुक्षेत्र भूमि के रामायण कालीन तीर्थों में से एक है। इस तीर्थ के विषय में जनसाधारण में ऐसी मान्यता पाई जाती है कि इस तीर्थ का निर्माण अयोध्या के महाराजा दशरथ ने करवाया था। इसी कारण इस तीर्थ को […]
Mishrak Tirth, Nising

View Direction About KDB मिश्रक तीर्थ निसिंग महर्षि वेद व्यास एवं ऋषि दधीचि से सम्बद्ध तीर्थ अनेक तीर्थों का मिश्रण होने से ही इस तीर्थ का नाम मिश्रक पड़ा। वामन पुराण में इस तीर्थ से सम्बन्धित यह वर्णन मिलता है कि यहां इस तीर्थ में महर्षि व्यास ने दधीचि मुनि के लिए तीर्थों को एक […]
Machkruk Yaksha, Sikh

View Direction About KDB मचक्रुक यक्ष सीख कुरुक्षेत्र भूमि की दक्षिण-पूर्वी सीमा का यक्ष महाभारत में वर्णित चार यक्षों में से एक यह यक्ष तीर्थ मचक्रुक नामक यक्ष को समर्पित है जो कि दृषद्वती नदी के किनारे स्थित है। मचक्रुक नामक यह यक्ष कुरुक्षेत्र की दक्षिणी पूर्वी सीमा का द्वारपाल है। तीर्थ परिसर में एक […]
Shukra Tirth, Satoda

View Direction About KDB शुक्र तीर्थ सतौड़ा दैत्य गुरु शुक्राचार्य से सम्बन्धित तीर्थ यह तीर्थ पिहोवा से लगभग 6 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 34 कि.मी. की दूरी पर सतौड़ा नामक ग्राम में सरस्वती नदी के किनारे पर स्थित है।दैत्यों के गुरु महर्षि शुक्राचार्य से सम्बन्धित होने के कारण ही इस तीर्थ का नाम शुक्र […]