Phalgu Tirth, Fafdana
फल्गु नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 40 कि.मी. दूर फफड़ाना ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का उल्लेख वायु पुराण और अग्नि पुराण में है। वायु पुराण में इस…
फल्गु नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 40 कि.मी. दूर फफड़ाना ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का उल्लेख वायु पुराण और अग्नि पुराण में है। वायु पुराण में इस…
ब्रह्म तीर्थ नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 44 कि. मी. दूर रिसालवा ग्राम मंे स्थित है। यह तीर्थ भगवान ब्रह्मा से सम्बन्धित है। वामन पुराण के अनुसार एक बार…
यह तीर्थ करनाल से लगभग 40 कि.मी. दूर सालवन ग्राम में स्थित है। महाभारत के वन पर्व में इस तीर्थ का उल्लेख शालूकिनी नाम से किया गया है। सम्भवतः शालूकिनी…
कोटि तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध यह तीर्थ करनाल से लगभग 33 कि.मी दूर कुरलन ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का पौराणिक साहित्य में भी कोटि कूट तीर्थ के…
पंचदेव नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 29 कि.मी. दूर पाढ़ा ग्राम में स्थित है। कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों का सम्बन्ध हिन्दु धर्म के पाँच प्रमुख सम्प्रदायों से माना जाता…
यह तीर्थ करनाल से लगभग 31 कि.मी. दूर जलमाणा नामक ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का सम्बन्ध महर्षि परशुराम के पिता महर्षि जमदग्नि से है। तीर्थ पर स्थित सरोवर…
गौतम ऋषि/गवेन्द्र तीर्थ करनाल से लगभग 28 कि.मी. दूर गोंदर नामक ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ का सम्बन्ध गौतम ऋषि से है। महर्षि गौतम की गणना सप्तर्षियों में होती…
दक्षेश्वर नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 31 कि.मी. दूर डाचर ग्राम में स्थित है। कुरुक्षेत्र के तीर्थों के पौराणिक वर्णन के अन्तर्गत वामन पुराण के अनुसार महात्म्य में दशेश्वर…
दशरथ/राघवेन्द्र तीर्थ/सूर्य कुण्ड कहा जाने वाला यह तीर्थ करनाल से लगभग 20 कि.मी. दूर औंगद ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ के विषय में जनसाधारण में ऐसी मान्यता पाई जाती…
मिश्रक नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 24 कि.मी. दूर निसिंग नामक कस्बे में स्थित है। अनेक तीर्थों का मिश्रण होने से ही इस तीर्थ का नाम मिश्रक पड़ा। इस…
यह तीर्थ पानीपत से लगभग 38 कि.मी. की दूरी पर तथा सफीदों से 14 कि.मी. की दूरी पर सींख नामक गांव में स्थित है। महाभारत में वर्णित चार यक्षोें में…
यह तीर्थ पिहोवा से लगभग 6 कि.मी. तथा कुरुक्षेत्र से लगभग 34 कि.मी. की दूरी पर सतौड़ा नामक ग्राम में सरस्वती नदी के किनारे पर स्थित है। दैत्यों के गुरु…