Kurukshetra Development Board

Kaushiki Tirth, Coir

View Direction About KDB कौशिकी तीर्थ कोयर प्राचीन कौशिकी नदी तट पर स्थित तीर्थ यह तीर्थ प्राचीन कुरुक्षेत्र भूमि की नौ नदियों (सरस्वती, वैतरणी, आपगा, गंगा-मंदाकिनी, मधुस्रवा, वासुनदी, कौशिकी, दृषद्वती, हिरण्यवती) मे से एक कौशिकी नदी के तट पर स्थित होने के कारण कौशिकी तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध हुआ। वामन पुराण में कौशिकी नदी […]

Vedavati Tirth, Sitamai

View Direction About KDB वेदवती तीर्थ सीतामाई प्राचीन कुरुक्षेत्र भूमि का रामायण कालीन तीर्थ इस तीर्थ का सम्बन्ध सीता से है जो पूर्व जन्म में वेदवती थी। जनश्रुतियों के अनुसार सीता इसी स्थान पर धरती में समाई थी। वामन पुराण में कहा गया है कि यहां स्नान करने पर व्यक्ति कन्या यज्ञ के फल को […]

Vimalasar Tirth, Sagga

View Direction About KDB विमलसर तीर्थ सग्गा रुद्र लोक प्रदाता तीर्थ यह तीर्थ कुरुक्षेत्र भूमि के शैव तीर्थों में से एक है। वामन पुराण के अनुसार जो व्यक्ति इस तीर्थ में स्नान करता है, वह रुद्र लोक को प्राप्त करता है। महाभारत में भी कहा गया है कि विमल नामक उत्तम तीर्थ में स्नान करने […]

Parashar Tirth, Bahlolpur

View Direction About KDB पराशर तीर्थ बहलोलपुर महर्षि पराशर की तपोस्थली जनश्रुतियों के अनुसार महर्षि पराशर ने राक्षसों के विनाश के लिए यहां एक यज्ञ का आयोजन किया जिसमें सहस्रों राक्षस जलकर नष्ट हो गए। तब वशिष्ठ एवं पुलस्त्य आदि महर्षियों ने इन्हें रोक कर इनके यज्ञ का निवारण किया। इन्हीं महर्षि पराशर ने बाद […]

Prithvee Tirth, Baalo

View Direction About KDB पृथ्वी तीर्थ बालू प्राचीन कुरुक्षेत्र का रामायण कालीन तीर्थ महाभारत में इस तीर्थ के धार्मिक महत्त्व को वर्णित करते हुए कहा गया है कि इस तीर्थ में जाने पर सहस्र गोदान का फल मिलता है। वामन पुराण में भी इस तीर्थ की धार्मिक महत्ता का स्पष्ट रूप से वर्णन करते हुए […]

Vyaas Sthal, Bastali

View Direction About KDB व्यास-स्थली बस्तली महर्षि वेद व्यास की तपोस्थली व्यास स्थली नामक इस तीर्थ का सम्बन्ध महर्षि व्यास से है जो पराशर के पुत्र और महाभारत के रचयिता थे। वामन पुराण और महाभारत के अनुसार महर्षि व्यास अपने पुत्र शुकदेव के गृहत्याग से बहुत दुखी होकर इसी स्थान पर आ कर रहने लगे […]

Trigunananda Tirth, Guniyana

View Direction About KDB त्रिगुणानन्द तीर्थ गुनियाना गौतम-द्रोणाचार्य संवाद से सम्बन्धित तीर्थ प्रचलित जनश्रुति के अनुसार इसी स्थान पर महर्षि गौतम ने तपस्या की थी। महाभारत में उपलब्ध वर्णन के अनुसार महर्षि गौतम का अन्यान्य ऋषियों के साथ अर्जुन के जन्मोत्सव पर शुभागमन हुआ था। द्रोण पर्व में ऐसा उल्लेख मिलता है कि इन्होंने महाभारत […]

Chuchukarandava Tirth, Chorkarasa

View Direction About KDB चुच्चुकारण्डव तीर्थ चोरकारसा सन्तों को समर्पित तीर्थ यह तीर्थ एक संत तीर्थ है क्योंकि इस तीर्थ में आधुनिक मन्दिर के साथ लगता हुआ मन्दिर किसी संत को समर्पित है। मन्दिर के गर्भगृह में स्थापित मूर्तियों के साथ एक प्रतिहार कालीन (9वीं-10वीं शती ई.) विष्णु प्रतिमा भी है जिससे प्रतीत होता है […]

Paavan Tirth, Upalana

View Direction About KDB पावन तीर्थ उपलाना अग्निष्टोम यज्ञ फल प्रदाता तीर्थ महाभारत में स्वस्तिपुर नामक तीर्थ के पश्चात् इस तीर्थ का वर्णन है जिसके अनुसार इस तीर्थ में जाकर देवताओं एवं पितरों का तर्पण करने वाला मनुष्य अग्निष्टोम यज्ञ के फल को प्राप्त करता है। महाभारत के अनुशासन पर्व में पावन की गणना विश्वदेवों […]

Jambunad Tirth, Jabala

View Direction About KDB जम्बूनद तीर्थ जबाला सिद्धि दायक तीर्थ महाभारत एवं पुराणों में जम्बूमार्ग तीर्थ का उल्लेख आता है। सम्भवतः यही जम्बूमार्ग तीर्थ कालान्तर में जम्बूनद नाम से प्रसिद्ध हुआ होगा। महाभारत के अनुसार देवताओं, ऋर्षियों एवं पितरों द्वारा सेवित जम्बूमार्ग नामक तीर्थ में जाने पर मनुष्य अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त करता है। […]

Jaraasandh Ka Tila, Asandh

View Direction About KDB जरासन्ध का टीला असंध प्राचीन बौद्ध स्तूप स्थल यह टीला एक पुरातात्विक स्थल है जिसमें कि असन्ध के प्राचीन नगर की अनेक संस्कृतियों के निक्षेप दबे पड़े हुए हैं जिनके उभार को जनश्रुतियां महाभारत कालीन राजा जरासन्ध से सम्बन्धित बताती हैं। कहा जाता है कि असंधिवात नामक नगर पाण्डवों की दूसरी […]

Dhankshetra Tirth, Asandh

View Direction About KDB धनक्षेत्र तीर्थ असन्ध अनेक ऋषि-मुनियों की तपोस्थली जनश्रुति के अनुसार इस तीर्थ का नाम धनक्षेत्र है जो कालांतर में अनेक ऋषि-मुनियों की तपस्थली रहा है। उन्हीं के आशीर्वाद से आज भी इसका महत्त्व बना हुआ है। लोक मान्यताओं के अनुसार तीर्थ स्थित समाधि की परिक्रमा करने से अत्यन्त शुभ फल मिलता […]