Kurukshetra Development Board

Vrdghakedar Tirth, Kaithal

View Direction About KDB वृद्ध केदार तीर्थ कैथल कुरुक्षेत्र भूमि के शैव तीर्थो में से एक प्रमुख तीर्थ वृद्घकेदार नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 50 कि.मी. की दूरी पर कैथल नगर में स्थित है।महाभारत एवं वामन पुराण में वर्णित कुरुक्षेत्र का यह तीर्थ अति प्राचीन है। वामन पुराण में इस तीर्थ को कपिस्थल तथा […]

Gyarah Rudri Tirth, Kaithal

View Direction About KDB ग्यारह रुद्री तीर्थ कैथल एकादश रुद्रों को समर्पित तीर्थ ग्यारह रुद्री नामक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र से लगभग 51 कि.मी. की दूरी पर कैथल नगर में स्थित है।एकादश रुद्रों से सम्बन्ध्ति पर्याप्त सामग्री महाभारत तथा विभिन्न पुराणों में उपलब्ध होती है। इन एकादश रुद्रों के नाम विभिन्न पुराणों में भिन्न-भिन्न मिलते हैं।महाभारत […]

Akshayavat Tirth, Badthal

View Direction About KDB अक्षयवट तीर्थ बड़यल पितरों एवं देवताओं के लिए संतुष्टि दायक तीर्थ इस तीर्थ पर पितरों के निमित्त दिया हुआ दान अक्षय होता है इसलिए इसे अक्षयवट तीर्थ की संज्ञा दी गई है। वायु पुराण के अनुसार अक्षयवट तीर्थ जाकर जो व्यक्ति ब्राह्मणों की अर्चना कर उन्हें हव्य, कव्य प्रदान करता है, […]

Anjani Tirth, Anjanathali

View Direction About KDB अंजनी तीर्थ अंजनथली हनुमान की माता अंजनी की तपोस्थली इस रामायण कालीन तीर्थ के विषय में कहा जाता है कि यहीं हनुमान की माता अंजनी ने तपस्या की थी। इसीलिए इस ग्राम का नाम अंजनथली पड़ा। लोक कथनानुसार यहाँ हर दूसरे साल मंगलवार को एक वानर स्नान करने आता है। श्रद्धालुजन […]

Som Tirth, Samana Bahu

View Direction About KDB सोम तीर्थ समाना बाहु कुरुक्षेत्र भूमि के सोम तीर्थों में से एक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र भूमि के सोम तीर्थों में से एक है। महाभारत में इसे सोम लोक प्रदाता कहा गया है। वामन पुराण में इसमें स्नान करने का महत्त्व महाभारत के समान ही कहा है। इससे स्पष्ट है कि यह […]

Vishnuhrad / Vishnupad / Vamanaak Tirth, Bodshyam

View Direction About KDB विष्णुपद/वामनक तीर्थ बोड़श्याम भगवान वामन से सम्बन्धित तीर्थ ग्राम बोड़श्याम स्थित यह चौथा तीर्थ विष्णुहृद, विष्णुपद या वामनक तीर्थ के नाम से प्रसिद्ध है। महाभारत में कहा है कि विष्णुपद नामक तीर्थ में स्नान करके वामन भगवान की अर्चना करनी चाहिए। वामन पुराण में इसे वामन अवतार तथा राजा बलि से […]

Surya Tirth, Bodshyam

View Direction About KDB सूर्य तीर्थ बोड़श्याम भगवान सूर्य से सम्बन्धित तीर्थ बोड़श्याम ग्राम स्थित यह तीसरा तीर्थ है जो सूर्य देव को समर्पित है। इस तीर्थ में भक्ति पूर्वक स्नान करने वाला मनुष्य सूर्य लोक में महान माना जाता है। कुरुक्षेत्र भूमि में प्राचीन काल से ही सूर्य पूजा का विशेष महत्त्व रहा है। […]

Koti Tirth, Bodshyam

View Direction About KDB कोटि तीर्थ बोड़श्याम भगवान शिव से सम्बन्धित तीर्थ इस तीर्थ का सम्बन्ध भगवान शिव से है। वामन पुराण में इस तीर्थ का महत्त्व इस प्रकार वर्णित है कि इस तीर्थ में स्नान करने वाला मनुष्य कोटि यज्ञों के फल को प्राप्त करता है। तीर्थसेवी साधक कोटीश्वर महादेव के दर्शन करके गणनायक […]

Brahma Tirth, Sawant

View Direction About KDB ब्रह्म तीर्थ सावंत ब्रह्मा से सम्बन्धित तीर्थों में से एक यह तीर्थ कुरुक्षेत्र भूमि के ब्रह्मा से सम्बन्धित तीर्थों में से एक है। महाभारत के अनुसार इस तीर्थ में स्नान करने से ब्राह्मणेतर मानव ब्राह्मणत्व को प्राप्त हो जाता है। ब्रह्म पुराण में इस तीर्थ की गणना समन्तक पंचक तीर्थ के […]

Prokshnee / Pranitha Tirth, Patnapuri

View Direction About KDB प्रोक्ष्णी/प्रणीता तीर्थ पत्नपुरी प्रोक्षणी पात्र के तुल्य तीर्थ तीर्थ पर लाखौरी ईंटों से निर्मित एक मन्दिर है जिसे माता का मन्दिर कहते हैं। सरोवर के पास गौसाई बाबा की समाधि है जिन्होंने यहाँ जीवित समाधि ली थी। इसलिए इस तीर्थ को संत तीर्थों की कोटि में रखा जाता है। मान्यता है […]

Ahan Tirth, Nigdu

आह्न तीर्थ नामक यह तीर्थ करनाल से लगभग 39 कि.मी. दूरी पर निगदू ग्राम में स्थित है। ऋग्वेद, महाभारत और वामन पुराण में इसका अह्न नाम से उल्लेख है। नितदधे-इडायास्पदे सुदिनत्वे अह्नाम्। (ऋग्वेद 3/23-4) सम्भवतः यही अह्न कालांतर में आह्न कहा जाने लगा। महाभारत में इस तीर्थ के नाम एवं महत्त्व के विषय में वर्णित […]

Sudin Evm Narvada Tirth, Aanekaar Ka Kheda

View Direction About KDB सुदिन एवं नर्वदा तीर्थ ओंकार का खेड़ा प्राचीन पुरातात्विक टीले पर स्थित तीर्थ यह तीर्थ प्राचीन पुरातात्विक टीले पर स्थित है जिसे ओंकार का खेड़ा कहा जाता है। महाभारत और पौराणिक साहित्य में इस तीर्थ को दुर्लभ बताते हुए इसका सेवन करने वाले व्यक्ति के लिए सूर्य लोक की प्राप्ति बताई […]