Kurukshetra Development Board

Bannganga, Dayalpur

View Direction About KDB बाण गंगा दयालपुर महाभारत युद्ध की घटना से सम्बन्धित तीर्थ बाण गंगा नामक यह तीर्थ ब्रह्म सरोवर से लगभग 4 कि.मी. दूर दयालपुर नामक ग्राम मंे स्थित है। इस तीर्थ के विषय में अनेक जनश्रुतियाँ प्रचलित हैं जिनमें से एक के अनुसार महाभारत युद्ध के चैदहवंे दिन जयद्रथ को मारने से […]

Brahma Sarovar, Kurukshetra

View Direction About KDB ब्रह्म सरोवर, कुरुक्षेत्र ब्रह्म सरोवर की गणना कुरुक्षेत्र के प्रमुख तीर्थों में होती है। यह तीर्थ ब्रह्मा से सम्बधित होने के कारण ब्रह्म सरोवर नाम से प्रसिद्ध हुआ जिसे सृष्टि का आदि तीर्थ माना जाता है। महर्षि लोमहर्षण ने बह्मा, विष्णु व शिव सबको साक्षी मानकर इसका उल्लेख किया है:- ब्रह्माणमीशं […]

Sannihit Sarovar, kurukshetra

View Direction About KDB सन्निहित सरोवर कुरुक्षेत्र सूर्य पूजा का एक प्रमुख केन्द्र सन्निहित तीर्थ की गणना कुरुक्षेत्र के प्राचीन एवं पवित्र तीर्थों में की जाती है। वामन पुराण के अनुसार यह तीर्थ रन्तुक से लेकर ओजस तक, पावन से चतुर्मुख तक विस्तृत था। रन्तुकादौजसं यावत् पावनाच्च चतुर्मुखम्।सरः सन्निहितं प्रोक्तं ब्रह्मणा पूर्वमेव तु।(वामन पुराण, 1/5)शनैः […]

Nabhi Kamal Tirth, Thanesar

View Direction About KDB नाभिकमल तीर्थ यानेसर ब्रह्मा की प्राकट्य स्थली कुरुक्षेत्र का यह प्रमुख तीर्थ थानेसर शहर के पश्चिम में थानेसर-बगथला मार्ग पर राजा हर्ष के किले के दक्षिण में स्थित है। इस तीर्थ का संबन्ध भगवान विष्णु से है। कहा जाता है कि इसी स्थान पर क्षीरसागर में शयन करते हुए भगवान विष्णु […]

Sthaneshwar Mahadev Mandir Thanesar

View Direction About KDB स्थानेश्वर महादेव मंदिर थानेसर थानेसर प्राचीन यानेसर नगर का संरक्षक देवता महाभारत एवं पुराणांे में वर्णित कुरुक्षेत्र का यह पावन तीर्थ थानेसर शहर के उत्तर में स्थित है। इस तीर्थ का सर्वप्रथम उल्लेख बौद्ध साहित्य में उपलब्ध होता है। ‘महाबग्ग’ ग्रन्थ में ‘थूणा’ नामक ब्राह्मण गाँव का उल्लेख मिलता है। इसी […]

Maa Bhadrakali Mandir, Kurukshetra

View Direction About KDB माँ भद्रकाली मन्दिर थानेसर कुरुक्षेत्र में झाँसा रोड पर स्थित यह शक्तिपीठ देश के 52 शक्तिपीठांे में से एक है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कनखल में राजा दक्ष की पुत्री सती ने राजा दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में अपने पति का अनादर देखकर यज्ञ कुण्ड़ में अपनी देह का त्याग किया। […]

Rantuk Yaksha, Bir Pipli

View Direction About KDB रन्तुक यक्ष बीड़ पिपली 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के उत्तर-पूर्वी कोने का यक्ष रन्तुक यक्ष को समर्पित यह तीर्थ कुरुक्षेत्र के बीड़ पिपली नामक स्थान पर सरस्वती के किनारे स्थित है। महाभारत के अनुसार कुरुक्षेत्र की पावन भूमि सरस्वती एवं दृषद्वती के मध्य स्थित है। इस भूमि के चार कोनों में […]

Lokodhar Tirth, Lodhar

View Direction About KDB लोकोद्धार तीर्थ लोधार लौह ऋषि की तपोस्थली ‘इस तीर्थ का सम्बन्ध भगवान विष्णु से है क्योंकि वे तीनों लोकों का उद्धार करते हैं अतः इसका नाम लोकोद्धार तीर्थ पड़ा। महाभारत के अनुसार धर्म का तत्त्व जानने का इच्छुक श्रद्धालु इस तीर्थ में स्नान करके उपने आत्मीयजनों का उद्धार करता है। वामन […]

Kush / Ramsar Tirth, Kuchrana Kalan

View Direction About KDB कुश/रामसर तीर्थ कुचराना कला ऋषि कुश की तपोस्थली महाभारत के अनुसार प्राचीन काल में कुश नामक एक महर्षि थे जो अग्निदेव के समान प्रतापी थे। अपनी तपस्या के बल से ही वह अग्नि के समान प्रतापी हुए थे। कहा जाता है कि इन्हीं महर्षि कुश ने इस तीर्थ पर दीर्घ समय […]

Kayashodhan Tirth, Kasuhan

View Direction About KDB कायशोधन तीर्य कसूहन शरीर शुद्धि कारक तीर्थ यह तीर्थ काया अर्थात् देह को शुद्ध करने वाला है। महाभारत के अनुसार कायशोधन तीर्थ में जाकर स्नान करने वाले मनुष्य के शरीर की शुद्धि हो जाती है इसमें कोई संशय नहीं है। वामन पुराण के अनुसार इस तीर्थ के सेवन से मनुष्य जन्म-मरण […]

Vanshamulak Tirth, Barsola

View Direction About KDB वंशमूलक तीर्थ बरसोला वंश उद्धारक तीर्थ यह तीर्थ वंश की वृद्धि करने वाला कहा जाता है। महाभारत के अनुसार इस तीर्थ में पहुंच कर स्नान करने वाला व्यक्ति अपने वंश का उद्धार कर लेता है। वामन पुराण के अनुसार भली-भांति इन्द्रियों का निग्रह करने वाला तीर्थ सेवी मनुष्य वंशमूलक नामक तीर्थ […]

Sarpadhi Tirth, Safidon

View Direction About KDB सर्पदधि तीर्थ सफीदों प्राचीन कुरुक्षेत्र भूमि का एक प्रमुख नाग तीर्थ इस तीर्थ का उल्लेख महाभारत में सर्पदेवी तथा वामन पुराण में सर्पदधि नाम से मिलता है। महाभारत के अनुसार नागतीर्थों में उत्तम सर्पदेवी नामक तीर्थ का सेवन करने पर मनुष्य अग्निष्टोम यज्ञ का फल प्राप्त करता है तथा नागलोक का […]